जब तक खामोश बैठा हूँ

जब तक खामोश बैठा हूँ

किसी को कुछ नहीं कहता हूँ

आज़मां लो ………….

कभी उठता हूँ

तो कभी सिर झुका लेता हूँ

कभी जीत का जशन

तो कभी हार को गले लगा लेता हूँ

 ज़िन्दगी हर हाल में खूबसूरत ही है

इस बात को गले लगा

हर वक़्त बिता लेता हूँ …………