सफ़र में अपना कोई मिल जाना चाहिए

सफ़र में अपना कोई मिल जाना चाहिए

मन की गुफ्तगू को गुनगुनाने का बहाना चाहिए

कदम ना रुके वो दीवाना चाहिए ,

मंज़िलों में महफ़िल का ताना बाना चाहिए,

हर लम्हें को खूबसूरत तस्वीर बना

दिल में बसाना आना चाहिए……..

हम एकेले हों

या मेफ़िलों के मेले होंहर हाल में मुस्कुराना चाहिए………..