HELLO EVERYONE….MY NAME IS SONALI SINGHAL…………….WRITING IS MY STRENGHT
यूँ सोचते है कि
इस तरह थम जाने में भी कोई समझदारी होगी
मंज़िल तो फिर एक दिन हमारी होगी
थोडा आराम फ़ार्मा लेते हैं
कुछ पल खुद के साथ बिता लेते हैं
क्या जाने गाड़ी फिर कब चल परे
हम खुद से भी…………..
मंज़िल पर मिलें……
कुछ इस तरह
मैं वक़्त से टकराया,,,,,
कि जिस पर मैने सब कुछ लूटाया था
आज उस ही ने मुझे सरे बाज़ार गिराया,
मैं सोचता था की इम्तेहान मेरे ख़त्म हो गए
पर अस्ल तज़ुर्बा मैने वक़्त से ही पाया………