कहीं आँखों का काजल लुभता रहा कोई होंठों की लाली...
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ज़िंदगी के पहलुओं से वो कब तक वाकिफ़ करेगा
ज़िंदगी के पहलुओं से वो कब तक वाकिफ़ करेगा मैं...
Continue reading...अब तो मान जाओ सच्चाई से आँखें मत चुराओ
अब तो मान जाओ सच्चाई से आँखें मत चुराओ सावन...
Continue reading...खामोशियाँ भी गवाही देती है ध्यान से सुन मुखबिर
खामोशियाँ भी गवाही देती है ध्यान से सुन मुखबिर क्योकि...
Continue reading...दर्द से पूछा हमने तू लोगो को तकलीफ़ देता है
दर्द से पूछा हमने तू लोगो को तकलीफ़ देता है...
Continue reading...बस दो पल ही तो माँग रही थी दुख कम करने का सहारा तुझसे बाँध रही थी
बस दो पल ही तो माँग रही थी दुख कम...
Continue reading...इंसानियत का आकाल इस तरह बढ़ता जा रहा है
इंसानियत का आकाल इस तरह बढ़ता जा रहा है , कि...
Continue reading...हमने लाबो से गुज़ारिश की थी खामोश रहना
हमने लाबो से गुज़ारिश की थी खामोश रहना आँखों से...
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