खामोशियाँ भी गवाही देती है ध्यान से सुन मुखबिर क्योकि...
Continue reading...HINDI POETRY
दर्द से पूछा हमने तू लोगो को तकलीफ़ देता है
दर्द से पूछा हमने तू लोगो को तकलीफ़ देता है...
Continue reading...बस दो पल ही तो माँग रही थी दुख कम करने का सहारा तुझसे बाँध रही थी
बस दो पल ही तो माँग रही थी दुख कम...
Continue reading...इंसानियत का आकाल इस तरह बढ़ता जा रहा है
इंसानियत का आकाल इस तरह बढ़ता जा रहा है , कि...
Continue reading...हमने लाबो से गुज़ारिश की थी खामोश रहना
हमने लाबो से गुज़ारिश की थी खामोश रहना आँखों से...
Continue reading...युहीन नही होंठों पर तेरा नाम लेने से तर जाता हूँ
युहीन नही होंठों पर तेरा नाम लेने से तर जाता...
Continue reading...