हर साँस मे मन के शब्दों को उतार मैं खुद...
Continue reading...HINDI POETRY
हर साल उस रावन को क्या मारते हो जो मर कर आज भी ज़िंदा है
हर साल उस रावन को क्या मारते हो जो मर...
Continue reading...दुआओं में किसी अपने की घेहरा असर है जान नही मुझमें
दुआओं में किसी अपने की घेहरा असर है जान नही...
Continue reading...प्रकृति की रूह उदास है हर साँस मे प्रदूषण का वास है……..
प्रकृति की रूह उदास है हर साँस मे प्रदूषण का...
Continue reading...दुआओं की कमी सी लग रही है देना यारों
दुआओं की कमी सी लग रही है देना यारों ज़िंदगी...
Continue reading...कामीने है साले जब भी खाली होते हैं
कामीने है साले जब भी खाली होते हैं तभी मिलने...
Continue reading...आओ कुछ यादें ढूँढे पुरानी वो माँ के सुनहरे रंग की सारी
आओ कुछ यादें ढूँढे पुरानी वो माँ के सुनहरे रंग...
Continue reading...बाज़ार सज़ा है पर एक बार दिल से सोच
बाज़ार सज़ा है पर एक बार दिल से सोच आख़िर...
Continue reading...सवालों के दरमियाँ उनसे रिश्ते बन गए
सवालों के दरमियाँ उनसे रिश्ते बन गए, वो जवाब देने...
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