HELLO EVERYONE………….MY NAME IS SONALI SINGHAL….I LOVE TO WRITE…WRITING MY EXPERIENCE GIVES ME STRENGTH, ENCOURAGEMENT AND POWER TO EXPRESS AND IT ALSO GIVES MY WORDS, MY FEELINGS WINGS TO FLY…THANK YOU
हिंदी कविताएँ / मेरा अनुभव/शायरी/मन भ्रमन/ मैं कहना चाहती हूँ/ ज़फ़र का सफ़र /एहसास
मेरा अनुभव मेरा परिचय
ये मार्ग दर्शनमुझे तेरी ओर खीचें
अधूरे नही है हमपर तुम्हारे बिना पूरे नही है हम

मैं तुझे इतना चाहूँ
कि देख आसमाँ झुक जाए
तुझे मेरे सिवा कोई ना देख सके
तू मेरे प्यार में इस कदर डूब जाए ,
जहाँ तक महके फ़िज़ा
खुश्बू तेरी ही उड़े,
तेरे दिल से निकली हर मुराद
खुदा पूरी करे,
मेरा हर जन्म
तेरे नाम हो सनम,
तुझे प्यार करते करते
मेरा हर जन्म कटे ..

कोई शाम तेरी याद
बिना गुज़रती नही
गम ये है कि………
तू मुझे मिलती नही……..
तेरा चेहरा मेरे चेहरे का पेहरा है
मेरे होठों पर नाम सिर्फ़ तेरा है,,,,,,,,,,,
चुटकी भर सिंदूर करता तुझसे गुज़ारिश है
माँग में भर ले इसे ….
हर खुशी तुझ पर वारी है………
कोई शाम तेरी याद बिना गुज़रती नही
गम ये है कि………
तू मुझे मिलती नही……..
तेरे कंगन की खनक मुझे सोने नही देती
तुझसे मिलने की तलप को
और भी भर देती…….
एक बार भर के देख मुझे अपनी बाहों में
फूलों से भर दूँगा……….
तू रखे कदम जिन राहों में…………….
कोई शाम तेरी याद बिना गुज़रती नही
गम ये है कि………
तू मुझे मिलती नही…….

महकती है खुशबू उनके पैमाने से
वो मुस्कुराते हैं हम पर
जब गुज़रते हैं हम उनके शामयने से,
गौर तो वो फ़ार्मा ते हैं हम पर
पर जाने क्यों डरते हैं हमारी महोब्बत को आज़माने से
हमने तो इकरार कर दिया था बीच मैखने में
शायद दर गई वों उस वक़्त ज़माने से,
हमने तो लिख दिया , तकदीर में हमारी उनका नाम
अब उम्र भी काट जाए तो गम नही
उनको ……………हमे अपना बनाने में,
उनके इनकार में इकरार की तस्वीर में , हम खुद को देख चुकें हैं
इसलिए लुफ्ट उठा रहीं हैं वो हमे सताने में,
आशिक की आशिकी कभी छुपी नही छुपाने से
जानती हैं वो
तभी तो फ़ुर्सत नही है उन्हें इतरने से,
बाहों में भर लेंगी
कह गई थी फ़िज़ाएं हमे बहाने से
पत्थर के महल को छोड़ कर आएँगी वो एक दिन
हमारी महोब्बत से भरे ग़रीब खाने में……………

तुझे देखते रहना मेरे लिए ज़रूरी नही
तेरे दिल मैं जगह बनी रहे
है ज़रूरी,
तू रोज़ एक बार दिल से याद करले
जिसमे नही हो कोई मजबूरी,
मैं समझूंगा मैं जी गया
हर दिन का वो लम्हा
जिस में तू मुझे याद करे
मेरी टूटती साँसों को सी गया…………..

ना देखा तुझे तो क्या फ़ायदा है जीने से……
मिलता नही तू मुझे
मंदिर , मज़्ज़िद , गुरुद्वारे में
जब ढूँढते- ढूँढते पहुँचता हूँ
मैं तुझे तेरे दुवारे में ,
बस्ता है अगर तू दिल में
तू क्यों बैठा चॉबारे में ,
ठोकर खिलवाकर ही
पहुँचता तू किनारे में ,
इश्क़ की नुमाईश हुई मेरी
तब तू कहाँ था
ठुकराए जाने पर गिरा…
तो क्यों उठा था ,
कैसे हैं ये तेरे जलवे मैं नही समझ पाता
चाहे तू जलादे दीपक
चाहे बुझाता ,
हालात के साथ अंधेरे में जब मैं चलता
आँसुओं के साथ मैं जलता
तेरे वजूद को मैं खोज नही पाता
पर मिलजाता कोई अजनबी जो हाथ बढ़ाता,
ये केसी अदा है मैं बेख़बर हूँ
तू मुझमें है तो क्या?
सच में मैं तेरे घर हूँ ?
दिखा दे जलवा एक बार
लगा कर सीने से
ना देखा तुझे तो क्या फ़ायदा है जीने से…….

MOM HAPPY VALENTINE.S DAY TO YOU
वो धूप में खड़ी रह कर
मेरा इंतेज़ार करती ,
मुझे पसीने में लिपटा देख भी
प्यार करती
मेरी एक मुस्कुराहट के लिए
घंटों नाच करती,
माँ मेरी मुझसे बहुत प्यार करती,
माँ , मैं देश विदेश घूम रहा हूँ
किस तरह तुझे हर पल ढूँढ रहा हूँ,
उसका छोटा सा व्याख्यान करना चाहता हूँ
माँ इस चिट्ठी में , कुछ लम्हें तेरे नाम करना चाहता हूँ,
माँ के हाथ के बने खाने के लिए हर जगह तरस जाता हूँ
नींद तो बहुत दूर की चीज़ है
कोई प्यार से पुकार दे, तो उसमें तुझे ढूँढ उस पर बरस जाता हूँ
क्या बताउँ माँ
फ़ोन पर तेरे दो शब्द सुनने के लिए ही फोने मिलता हूँ
‘ बेटा तूने खाना खाया ‘
ये सुन कर ही पेट भरा पाता हूँ
हर शक्स की आँखों में सवाल होता है
कि आज क्या क्या किया,
बस एक तू ही है जो कहती है
सो जा अब ,
‘आज बहुत कुछ है किया’
बनावटी हेलो हाय करते करते जब थक जाता हूँ
एक तू ही याद आती है
जिसके आगे जैसा हूँ वैसा रह पाता हूँ,
माँ तेरी ममता के आगे सिर झुकाता हूँ
चाहे आसमाँ छूँ लूँ
पर जहाँ की खुशियाँ मैं तेरे कदमों में ही पाता हूँ,
माँ मेरी बहुत चाहती है मुझे
मेरी माँ को मैं भी बहुत चाहता हूँ|
धन्यवाद

कहता है दिल
बिन तेरे जीना मुश्किल,
हर साँस कहती है
पर तू नहीं समझती है,
समझ मेरे यार
सच्चा है मेरा प्यार,
नहीं जीउंगा तेरे बिन
तुझसे ही प्यार का इकरार है
मन में बसा बेशुमार है
आजा चलते है छोड़ कर सारा जहाँ,
जहाँ भी कहेगी संग चलूँगा वहाँ,
कह दे एक बार करती है मुझसे प्यार
तेरे संग जीना तो छोड़ मरने को भी हूँ तैयार
कर ले मुझे स्वीकार
मेरे यार मेरे यार मेरे यार।

दिल में वो रहते हैं
जिन्हें हम नज़र नही आते
उनका प्यार हम नही
बावजूद हमें वही है भाते,
ये दिल की दिल्लगी अजीब है
कुछ समझती नही…….
कि नज़रे ढूँढे उनकी जिन्हे
वो हम नही ………
और हम ……..सब जान कर भी
साँसे नाम करके उनके
छेड़े बैठे खुद से ये जंग नई.


