HELLO EVERYONE………….MY NAME IS SONALI SINGHAL….I LOVE TO WRITE…WRITING MY EXPERIENCE GIVES ME STRENGTH, ENCOURAGEMENT AND POWER TO EXPRESS AND IT ALSO GIVES MY WORDS, MY FEELINGS WINGS TO FLY…THANK YOU
मेरा अनुभव मेरा परिचय
ये मार्ग दर्शन
मुझे तेरी ओर खीचें
अधूरे नही है हम
पर तुम्हारे बिना पूरे नही है हम

कड़वी हो या मीठी
बस बातें ही रह जाती हैं
अतीत दर्द से भरा हो या खूबसूरत लम्हों से
बस तस्वीरें छपी रह जाती हैं

सुगंध खींच लेती है हमे जिस तरह
बुराई बींच लेती है ठीक उसी तरह
इसलिए निरंतर चलते चलो
इंसा हो या वस्तु
किसी के भी मोह में मत पलों

हमारी ताकत हमारी कमजोरी
तभ बनती है
जब हमारे विचारो पर घमंड की धूल जानती है
हमारा हुनर हमारे सिर चढ़ जाता है
और स्वभाव में एहांकर भड जाता है
कद्र नहीं करते है उसकी
जिसमें हमारा साथ है दिया
खो देते हैं उसे
जो दिल से हमारे लिए था जीया

पहले अपनों के साथ से मन खाली हो जाते थे
आज मन भरे रहते हैं
पहले बिना किसी चिंता के ज़िन्दगी जी लेते थे
आज पल पल डरे रहते हैं
क्योंकि पहले सब अपने थे
अब आप भी अपना नहीं
पहले सब थे सम
अब जिसमें ज़रा गहरा उतारना चाहो
है भ्रम

औरत को दर्जा दे कर तुम क्या सोचते हो
तुमने वक़्त बदल दिया
यदि हां
तो सत्य ये है कि
तुमने खुद से ही छल किया
क्योंकि ये हमारा है अधिकार
जिसे तुमने अब किया है स्वीकार


उसका कोई रूप नहीं
हर रूप में वही है
उसका कोई रंग नहीं है
हर रंग में वही है
उसका कोई मज़हर नहीं
हर घर मैं वहीं है
उसका कोई और नहीं
हर रुख मैं वहीं है
उसका कोई साथी नहीं
संसार वही है
उसकी लाठी में आवाज़ नहीं
हर दर्द में वहीं है
उसकी कोई धुन नहीं
हर गूंज में वही है
उसका कोई धर्म नहीं
कण कण में वहीं है
जो उसकी है मर्ज़ी यक़ीनन
हमारे लिए वहीं सही है




जिसे ढूंडो गे
वो मिल जाएगा
नज़र पक्की हो तो
दिख जाएगा
जिसको स्व पर भरोसा नहीं
वो हिल जाएगा
इसलिए कहते हैं
जो बोओगे वही
खिल जाएगा
जिसे याद करोगे
दिल उससे मिल आएगा
जो चल चुका है
वो मंज़िल से मिल जाएगा
और जो उससे मिल गया है
वो मस्ती से उसके सिल जाएगा

वक़्त वो नहीं
तो रहेगा ये भी नहीं
बस सोचना ये है
कि तब क्या हुआ था गलत
और अब क्या है सही