ज़िंदगी उलझ गई
तो क्या हुआ
हिम्मत है तुम्हारे पास,
ज़िंदगी टूट गई
तो क्या हुआ
साँसे अभी हैं तुम्हारे पास,
ज़िंदगी बिखर गई
तो क्या हुआ
धरती, समय और आकाश
फिर भी देंगे साथ,
ज़िंदगी सिर्फ़ तुम्हारी सोच पर निर्भर करती है वो फिर दौड़े गी
बस हर हाल में रखो खुद पर विश्वास……