पत्थरों से बात की
तो उनके मॅन की बात समझ आई थी
वो मारना नही चाहते थे हमे
बस तेज़ हवा के कारण
हमें चोट पहुँचाई थी,
वो कहते हैं
धूप में रह कर
पैरो तले रुंध कर
हमने पत्थरों की जात बनाई थी,
वरना हम भी मिट्टी ही थे जनाब
बस हमने भी करमो की चोट खाई थी………….