HELLO EVERYONE………….MY NAME IS SONALI SINGHAL….I LOVE TO WRITE…WRITING MY EXPERIENCE GIVES ME STRENGTH, ENCOURAGEMENT AND POWER TO EXPRESS AND IT ALSO GIVES MY WORDS, MY FEELINGS WINGS TO FLY…THANK YOU
सैनिक की रूह से आज हुई मुलाकात अमर होने के बाद भी क्या खूब रखते हैं वो जज़्बात , कहते है ना जला तू मेरी याद में एक भी मोमबत्ती हमे नही चाहिए ये हमदर्दी, हम तो ख़ुसनसीब हैं जो नसीब हुई देश के जवान की वर्दी, और तिरंगे ने हमे छू कर, अमर घोषित कर हमारी हर मुराद पूरी करदी, हमारे देश के वासियों हम केवल देश हित चाहते हैं तुम यदि वीर को सम्मान देना ही चाहते हो............. तो देश को अपना कीमती वक़्त दो ज़्यादा नही दे सकते तो थोड़ा दो, क्योंकि हमें आपका सलाम नही देश की सलामती चाहिए, वीरों की याद में आपका नमन नही देश का अमन चाहिए .............. जय हिंद शहीदी दिवस के अवसर पर शहीदों के मन की बात कहना चाहूँगी ......... सरहदों से इश्क कर बैठे हैं इसलिए हम वही पर रहते हैं, ऐसा नही की हमारे परिवार में हमारा मन नही पर मक्खी भी किसी गैर मुल्क की सिर उठा कर सरहद को देखे वो हमे पसंद नही, बात जब मात्रभूमि की हो तो हमे किसी पर विश्वास नही इसकी खुशहाली बनाए रखने के सिवा हमारा कोई खुवाब नही, बल्कि अब खुवाहिश है कि मर कर भी रूह को रखें ज़िंदा ताकि थर थर कांपे हर वो परिंदा, मज़बूर करदें हर आतंक को सोचने पर की आख़िर लड़ना किससे है यहाँ तो सरहदें ओटें सेना ज़मीं पर है तो फ़िज़ाओं से लिपटी रूह में सेना ...............आसमाँ में ऐसी देश भक्ति ना देखी किसी जहाँ में सलाम कर रुख़ मोड़ लें भारत को जीतने का खुवाब छोड़ दें............... जय भारत
रगो में खून दौड़ता है
हमारे भी उनके भी]
फिर क्यों है हम भिन्न
क्यों बदल गए हमारे पद चिन्ह]
ये बदलाव केसे है] क्यों हैं
जहाँ सूरज चाँद धरती आसमान
कभी नहीं बदले
केवल बदला है इन्सान
आखिर क्यों?
JAI JAWAN